मलिका-ए-हुस्न
तेरा चर्चा आम है
तेरे दर पे भटकना ही तो
आशिकों का काम है...
खामोश तू रही
कभी कुछ भी कहा नहीं
चाहती तो तू, जिन्दगी दे देता, पर
जिन्दगी अपनी तो अब और रहा नहीं...
तुझे धुन्दने को अब जी करता है
तुझे देखने को अब जी करता है
जबसे तेरे होटों पे नाम आया है अपना
तेरे होटों को छूने को जी करता है...
ये मिलन की रात है आखरी
इसके बाद का कुछ पता नहीं
याद रखना या भूल जाना
इसमें होगी तेरी कुछ खता नहीं...
मलिका-ए-हुस्न
तेरा ख्याल दिल में ही होगा
जब भी चर्चा हुस्न की होगी
तो सिर्फ तेरा चर्चा ही होगा
तेरे जाने के बाद तेरा ही इंतज़ार होगा...
बहोत दर्द होता है जब कोई छुट जाता है दर्द और भी ज्यादा होता है जब कोई अंजना सा ये कहके बिछडे के आप उसके लिए बहोत मैंने रखते हैं कोई कहे और कहके चला जाये, और आपको तनहा, अकेला, बेकरार, बेचैन और परेशान छोड़ जाये, तो दर्द तो होना ही है... ये ऐसी ही एक दर्द भरी कविता है...
तेरा चर्चा आम है
तेरे दर पे भटकना ही तो
आशिकों का काम है...
खामोश तू रही
कभी कुछ भी कहा नहीं
चाहती तो तू, जिन्दगी दे देता, पर
जिन्दगी अपनी तो अब और रहा नहीं...
तुझे धुन्दने को अब जी करता है
तुझे देखने को अब जी करता है
जबसे तेरे होटों पे नाम आया है अपना
तेरे होटों को छूने को जी करता है...
ये मिलन की रात है आखरी
इसके बाद का कुछ पता नहीं
याद रखना या भूल जाना
इसमें होगी तेरी कुछ खता नहीं...
मलिका-ए-हुस्न
तेरा ख्याल दिल में ही होगा
जब भी चर्चा हुस्न की होगी
तो सिर्फ तेरा चर्चा ही होगा
तेरे जाने के बाद तेरा ही इंतज़ार होगा...
बहोत दर्द होता है जब कोई छुट जाता है दर्द और भी ज्यादा होता है जब कोई अंजना सा ये कहके बिछडे के आप उसके लिए बहोत मैंने रखते हैं कोई कहे और कहके चला जाये, और आपको तनहा, अकेला, बेकरार, बेचैन और परेशान छोड़ जाये, तो दर्द तो होना ही है... ये ऐसी ही एक दर्द भरी कविता है...
beauty....thats how i define this poem.....sad but truly ecstatic....read a hindi poem after long and loved it :-)
ReplyDeleteThanks MG for reading and liking it... a few more Hindi poems are posted here too... see if you like any one else ... :)
ReplyDeleteIts nice, but somehow, the description which you've given in the end of it, failed to strike the chords.
ReplyDeleteBut then, a Hindi, not being your mother tongue, its a flawless effort we can say.
Tanmoy, its beautiful. Aaw, you smile cute. ;)
Always, keep smiLinG :)
Hmmm... maybe you are right Ilashree... hmmm... I read it once more after you commented... maybe, something is missing...
ReplyDeleteMy Smile? hehehehe... thanks thanks...
nice poem
ReplyDeleteliek the last para
beech me thoda aur sudahr ho sakta tha
will give 7/10