Thursday, January 29, 2009

शब्द, कुछ शब्द

शब्द, कुछ शब्द -
. जिन्हें जोड़के कहानिया बनी
. जिन्हें मोड़के रास्ते बनाये गए ...
. कुछ ऐसे ही शब्दों का दास्ताँ है ये ज़िन्दगी ll



शब्दों के हैं कोई बादशाह तो कोई गुलाम है
शब्द - कहीं अघाज़ तो कहीं अंजाम है
शब्दों से तुम तुम हो, हम हम हैं
शब्दों से कोई मशहूर तो कोई बदनाम हैं
शब्दों से लुटाये गए कुछ नगमे
शब्दों से बंधे गया कुछ रिश्ते
शब्दों से ही उभर आती है खुशी
शब्दों से छुपाये गए कुछ गम हैं!

शब्दों में मिलन का पय्गाम होता है
शब्दों में कुछ खास तो कुछ आम होता है
शब्दों से ही कोई बड़ा, कोई छोटा है
शब्द - कहीं रहीम तो कहीं राम होता है ...
शब्द जो जुड़े तो इतिहास रची
शब्दों से क्रांति और आन्दोलन मची
शब्दों से बनी है कितने ही कबितायें
शब्दों से ही हर कवि का एक अलग नाम होता है!


शब्द, कुछ शब्द -
. जिनहें जोडके कहानिया बनी ll



Jorhat, Assam
June 30, 2005

1 comment:

  1. good acchi likhi hai i liked it kai jagah bas words sahi nahi likhe hai
    jaise
    aaghaz nahi aagaj
    aur bandhe nahi bandh

    ye tum jab hindi poems ya novel ya jo hindi me padhne ko mile padhoge to samjh jaoge


    baki badhia likh raho keep it up

    ReplyDelete

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