तुमसे युहीं मिलके
राज़ सारे दिलके
खोले मन् ज़रा ज़रा
खोले मन् ज़रा ज़रा
दिलमे मेरे तुम हो
धडकनों में तुम हो
फिर भी न जाने क्यों तुम
रहती गुमसुम हो
दिल की हर बात आज
बोलो तुम ज़रा ज़रा
बोलो तुम ज़रा ज़रा
महफिलों में दिल आज
रहता अकेला है
सागर नदी के पास है पर
बहता अकेला है
आओ मेरे साथ आज
दोलो तुम ज़रा ज़रा
दोलो तुम ज़रा ज़रा
3:52 PM 6/25/2008
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2 years ago
this has become part of my life, zara zara, keeps me going. thanks my friend
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