अपनी ज़हेन में झांक के देख
तेरे दोस्त हैं यहीं
अपने आप में ढून्द्के देख
तेरे दोस्त हैं यहीं
हवायों में देख
फिजाओं में देख
हर वो आइना, जो टूट चूका है
हर वो पल, जो बीत चूका है
उन लम्हों में देख
तेरे दोस्त हैं यहीं
अपने उम्मीदों से पूछ
अपने दिल की गहराईयों से पूछ
हर वो धड़कन, जो धड़क चूका है
हर वो जाम, जो छलक चूका है
उन खाली पय्मानो से पूछ
तेरे दोस्त हैं यहीं
और अगर फिरभी ना मिले कोई
तो ए यार मेरे
मेरे पास आ, तेरा भुला हुआ वो दोस्त
यहाँ है... यहीं पर है
तेरे दोस्त हैं यहीं
अपने आप में ढून्द्के देख
तेरे दोस्त हैं यहीं
हवायों में देख
फिजाओं में देख
हर वो आइना, जो टूट चूका है
हर वो पल, जो बीत चूका है
उन लम्हों में देख
तेरे दोस्त हैं यहीं
अपने उम्मीदों से पूछ
अपने दिल की गहराईयों से पूछ
हर वो धड़कन, जो धड़क चूका है
हर वो जाम, जो छलक चूका है
उन खाली पय्मानो से पूछ
तेरे दोस्त हैं यहीं
और अगर फिरभी ना मिले कोई
तो ए यार मेरे
मेरे पास आ, तेरा भुला हुआ वो दोस्त
यहाँ है... यहीं पर है
Crossposted at: The Writers Lounge on March 18, 2009
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