Thursday, August 7, 2008

दो नगमे

== १ ==

लो आ गयी है फिर वो रात
कह भी दो जो है दिल में बात,
मंजिलें अगर ना भी मिले
दे तो दो राहों में साथ.

मंजिल भी तू ही है
रास्ता भी तू
जो ले चले तुझ तक
में वो रस्ते में हूँ.

होंगे मंजिल अपने पास
मिल जाये अगर तुम्हारा साथ
दूर तलाक है चलना हमें
दे तो दो हाथों में हाथ!

== २ ==

न जी सकेंगे साथ तेरे
न मर सकेंगे तेरे संग
हम तुम ना एक होंगे
है हमारे अलग ही रंग,
ये दिल है तेरा
तेरा ही रहेगा
जब होगी बात तेरी
होगी नयी उमंग!


5/28/2007
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